एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गैंग की करोड़ों की संपत्ति जब्त: ED ने की कार्रवाई

यूपी के कानपुर में बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) और उसके गैंग पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसते हुए 10 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया है। यह संपत्ति विकास दुबे और उसके गैंग ने अपराधिक गतिविधियों के जरिए अवैध रूप से कमाई थी। 

पुलिस एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के बिकरू गांव में साल 2020 में दबिश देने पहुंचे पुलिस दल पर विकास दुबे और उसके गैंग ने हमला कर दिया था। इस हमले में विकास दुबे ने 8 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

जुलाई 2020 में उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था। जिस समय उसे उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था, वह महाकाल मंदिर में पूजा करने गया था।  बाद में यूपी लाते समय कानपुर के नजदीक फरार होने की कोशिश में वह मारा गया था।

विकास दुबे की मौत के बाद उसके गैंग की धरपकड़ में पुलिस लगी थी। उसके कई कुख्यात साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि कुछ की इनकाउंटर में मौत हो गई थी। बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे और उसके साथियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिग एक्ट 2002 के तहत मामला दर्ज किया था। 

प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में काली कमाई से जुटाई गई संपत्ति जब्त की थी। जांच में ईडी ने बताया था कि विकास दुबे ने अपराध से कमाई से अपने साथियों और परिवार वालों के लिए संपत्तियां खरीदी थीं. यह संपत्तियां लखनऊ और कानपुर में थीं. 

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत 2 नवंबर 2022 को गैंगस्टर विकास दुबे और उसके सहयोगियों की 10.12 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क कर दिया है। इस कुर्की प्रक्रिया में लखनऊ और कानपुर में 28 अचल संपत्तियां भी शामिल की गई हैं।

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