राहुल गांधी ने जब कहा था कि भारत की पवित्र भूमि पुजारियों का नहीं तपस्वियों का है तो देश भर में बवाल हो गया था। राहुल गाँधी पर तरह-तरह से निशाना साधा गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने आरएसएस पर बयान देकर विवाद को आमंत्रित किया है। राहुल गाँधी ने RSS की तुलना आतंकी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की है।
ब्राह्मणवाद को स्थापित करने का समय-समय पर आरोप झेलने वाले RSS को राहुल गाँधी ने कहा, "आरएसएस एक सीक्रेट सोसायटी है। यह मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बनाया गया है। इसका विचार यह है कि सत्ता में आने के लिए लोकतांत्रिक तरीके का उपयोग किया जाए और फिर बाद में लोकतंत्र को ही खत्म कर दिया जाए।"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आजकल ब्रिटेन के दौरे पर हैं। यहां वे अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। इस दौरान वे भाजपा और संघ पर जमकर निशाना साध रहे हैं। सोमवार को राहुल ने लंदन के चैथम हाउस थिंक टैंक में शामिल होकर उन्होंने आरएसएस पर आरोप लगाए थे।
आरएसएस को लेकर राहुल गाँधी ने कहा कि कहा कि भारत में लोकतांत्रिक प्रतियोगिता की प्रकृति पूरी तरह से बदल गई है।इसका कारण यह है 'RSS' नाम का एक संगठन है। यह कट्टरपंथी और फासीवादी संगठन है, जिसने भारत के लगभग सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है।
राहुल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से कर दी। उन्होंने कहा, "आरएसएस एक गुप्त समाज है। यह मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बनाया गया है और इनका विचार यह है कि सत्ता में आने के लिए लोकतांत्रिक प्रतियोगिता का उपयोग किया जाए और फिर बाद में लोकतांत्रिक प्रतियोगिता को खत्म कर दिया जाए।"
राहुल ने भारत में दलितों और अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर भी अपनी बात कही। उन्होंने कहा, "आप देख सकते हैं कि भारत में दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के साथ क्या किया जा रहा है? ऐसा नहीं है कि ये केवल कांग्रेस कह रही है। विदेशी प्रेस में हर समय ऐसे लेख आते हैं कि भारतीय लोकतंत्र के साथ गंभीर समस्या है।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश में विभिन्न संस्थान खतरे में हैं। राहुल ने कहा, "इसने मुझे झकझोर दिया कि वे हमारे देश के विभिन्न संस्थानों पर कब्जा करने में कितने सफल रहे हैं। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी न किसी तरह से नियंत्रित हैं।"
विपक्षी दल के नेताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए राहुल गाँधी बोले, "आप किसी भी विपक्षी नेता से पूछ सकते हैं कि एजेंसियों का उपयोग कैसे किया जाता है। मेरे फोन में पेगासस था जो तब नहीं हो रहा था जब हम सत्ता में थे।">