मिस्र में फराओ का मिला तीसरा दुर्लभ सूर्य मंदिर, खुदाई में मंदिर का पवित्र जार भी बरामद

मिस्र दुनिया सबसे रहस्यमयी सभ्यताओं में से एक है। इसे जितना जानने की कोशिश की जा रही है, उतनी अद्भुत बातें सामने आ रही हैं। कहा जाता है कि मिस्र के फराओ के 6 सूर्य मंदिर थे। पुरातत्वविदों ने इनमें से एक और सूर्य मंदिर को खोज निकाला है। करीब 50 साल पहले दूसरा सूर्य मंदिर खोजा गया था। ये मंदिर फराओ को को भगवान का दर्जा देने के लिए बनाए गए थे। यह सूर्य मंदिर मिस्र के रेगिस्तानी इलाके में पाया गया है। 


इस मंदिर को मिस्र के अबू गोराब इलाके में खुदाई के दौरान पाया गया है। इस सूर्य मंदिर को फरोओ नयूसेरे इनी ने बनवाया था। इनी ने 25 ईसा पूर्व मिस्र पर लगभग 24 से 35 साल तक शासन किया था। इसे पांचवां राजवंश कहा जाता है। इस मंदिर को मिट्टी की बनी ईंटों से बनाया गया था।

मिस्र मामलों के विशेषज्ञ डॉक्‍टर मस्‍सीमिलिआनो नूज्‍जोलो का कहना है कि मंदिर के पत्‍थरों के नीचे भी कुछ है। दरअसल, इसके नीचे एक विशाल प्रवेश द्वार है, जो वहां एक और इमारत मौजूद होने की ओर इशारा करता है। जब पुरातत्‍वविदों ने वहां से मलबे को हटाया तो दो वहां पर फुट का आधार मिला जो लाइम स्‍टोन के पिलर का था। 

यहीं से कीचड़ से भरा का जार भी मिला है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह जार इस बात का सबूत है कि वहां पर एक मंदिर मौजूद था। यह जार उन्‍हीं जगहों पर रखा जाता था, जिसे उस समय लोग बेहद पवित्र मानते थे। 

विद्वानों का कहना है कि इन सबूतों से यह पता चलता है कि यह दुर्लभ सूर्य मंदिर था। डॉक्‍टर नूज्‍जोलो कहते हैं, 'मेरे पास अब बहुत से सबूत हैं कि हम यहां पर एक खो चुके सूर्य मंदिर की खुदाई कर रहे हैं। ये मंदिर बेहद शक्तिशाली सूर्य भगवान रा के लिए बनाए गए थे। यह देखने में पिरामिड की तरह से थे।


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